आजकल सोशल मीडिया पर SGOT और SGPT को लेकर कई गलतफहमियां फैलाई जा रही हैं! अगर आपको भी अपने लिवर हेल्थ की चिंता है और आप SGOT-SGPT रिपोर्ट देखकर डर जाते हैं, तो घबराने से पहले यह आर्टिकल ज़रूर पढ़ें! यहां आपको सटीक जानकारी मिलेगी कि SGOT और SGPT क्या हैं, क्यों बढ़ते हैं और इन्हें कंट्रोल में रखने के सही तरीके क्या हैं।
SGOT और SGPT क्या होते हैं?
SGOT (Aspartate Aminotransferase) और SGPT (Alanine Aminotransferase) दो एंजाइम्स (enzymes) हैं जो लिवर में पाए जाते हैं और लिवर की हेल्थ चेक करने के लिए ब्लड टेस्ट से मापे जाते हैं। जब लिवर डैमेज होता है, तो ये एंजाइम्स ब्लड में लीक होने लगते हैं, जिससे इनके लेवल बढ़ जाते हैं।
SGOT (AST): यह सिर्फ लीवर में नहीं, बल्कि हार्ट, मसल्स और किडनी में भी पाया जाता है। इसलिए इसका बढ़ा हुआ लेवल मसल इंजरी (muscle injury) या हार्ट प्रॉब्लम का संकेत भी हो सकता है।
SGPT (ALT): यह मुख्य रूप से लिवर से जुड़ा होता है। अगर SGPT बढ़ा हुआ है, तो यह लिवर डैमेज या इन्फ्लेमेशन का संकेत हो सकता है।
SGOT और SGPT बढ़ने के कारण
Fatty Liver Disease (NAFLD): अनहेल्दी डाइट और बैठे रहने वाली लाइफस्टाइल से लिवर में फैट जमा होने लगता है।
Hepatitis (B और C): वायरल इंफेक्शन की वजह से लिवर में सूजन हो सकती है।
Alcoholic Liver Disease: ज्यादा शराब पीने से लिवर डैमेज होता है और SGOT-SGPT बढ़ सकते हैं।
Cirrhosis: लंबे समय तक लिवर डैमेज होने से लिवर पर स्कार टिशू बन जाते हैं।
Liver Cancer: एडवांस स्टेज लिवर डिजीज में SGOT-SGPT बहुत ज्यादा बढ़ सकते हैं।
दवाइयों का ज्यादा सेवन: कुछ पेनकिलर्स, एंटीबायोटिक्स और स्टेरॉयड्स लिवर पर असर डाल सकते हैं।
अगर आपकी SGOT और SGPT रिपोर्ट हाई आई है, तो डरने की जरूरत नहीं, पहले इसके सही कारणों को समझें!
सोशल मीडिया पर SGOT और SGPT को लेकर फैलाए गए झूठ!
1: “अगर SGOT या SGPT बढ़ा हुआ है, तो लिवर फेल होने वाला है!”
सच: SGOT-SGPT के हल्के से बढ़े हुए लेवल का मतलब यह नहीं कि आपका लिवर खराब हो गया है। यह एक टेंपररी स्थिति हो सकती है जो डाइट, एक्सरसाइज या कुछ दवाओं से नॉर्मल हो सकती है।
2: “Fatty Liver का मतलब लिवर सिरोसिस या कैंसर होगा!”
सच: हर Fatty Liver सिरोसिस में नहीं बदलता। अगर इसे शुरुआती स्टेज में पकड़ा जाए, तो डाइट और लाइफस्टाइल चेंज से इसे पूरी तरह ठीक किया जा सकता है।
3: “Herbal Supplements लिवर को 100% डिटॉक्स कर सकते हैं!”
सच: बिना डॉक्टर की सलाह के कोई भी हर्बल सप्लीमेंट लेना खतरनाक हो सकता है। कुछ हर्बल दवाएँ उल्टा लिवर को और नुकसान पहुंचा सकती हैं।
4: “सिर्फ शराब पीने वालों का ही लिवर खराब होता है!”
सच: Non-Alcoholic Fatty Liver Disease (NAFLD) आजकल ज़्यादा आम हो गया है, और यह गलत खान-पान, मोटापा और सुस्त लाइफस्टाइल की वजह से भी हो सकता है।
SGOT और SGPT लेवल्स को कैसे कम करें?
सही डाइट अपनाएं:
ज्यादा हरी सब्जियां, फल और फाइबर रिच फूड खाएं।
प्रोसेस्ड फूड, शुगर और जंक फूड से बचें।
हल्दी, लहसुन और ग्रीन टी लीवर को हेल्दी रख सकते हैं।
एक्टिव रहें और एक्सरसाइज करें:
रोज़ाना 30-45 मिनट एक्सरसाइज करें, खासतौर पर कार्डियो एक्सरसाइज (जैसे वॉकिंग, रनिंग, साइकलिंग) लिवर के लिए फायदेमंद है।
शराब और स्मोकिंग छोड़ें:
शराब और स्मोकिंग लिवर को बहुत ज्यादा नुकसान पहुंचाते हैं।
पानी ज्यादा पिएं:
डिटॉक्स के लिए रोज़ 8-10 गिलास पानी पिएं।
रेगुलर चेकअप करवाएं:
अगर आपको मोटापा, डायबिटीज या हाई BP है, तो हर 6-12 महीने में लिवर फंक्शन टेस्ट (LFT) करवाएं।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)
SGOT और SGPT का नॉर्मल रेंज क्या होता है?
SGOT 10-40 U/L और SGPT 7-56 U/L के बीच नॉर्मल माना जाता है।
SGOT और SGPT कितनी बार चेक कराना चाहिए?
अगर आपको Fatty Liver, शराब पीने की आदत या कोई लिवर डिजीज है, तो हर 6-12 महीने में टेस्ट करवाएं।
क्या SGOT और SGPT को नैचुरली कम किया जा सकता है?
हाँ! सही खानपान, एक्सरसाइज, वजन कंट्रोल और शराब से परहेज से ये लेवल नॉर्मल हो सकते हैं।
अगर SGOT और SGPT बढ़े हुए हैं तो क्या करें?
घबराएं नहीं! पहले डॉक्टर से मिलें और सही कारण का पता लगाएं।
HealthPil आपकी कैसे मदद कर सकता है?
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Disclaimer:
यह लेख केवल शैक्षिक उद्देश्य के लिए है। किसी भी मेडिकल स्थिति के लिए डॉक्टर से परामर्श ज़रूर लें।