भारत में Colorectal Cancer (बड़ी आंत का कैंसर) के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, लेकिन अगर इसे शुरुआती स्टेज में पकड़ लिया जाए, तो इलाज संभव है। आइए जानें इस कैंसर के लक्षण, कारण और बचाव के तरीके।
Colorectal Cancer क्या है?
Colorectal Cancer बड़ी आंत (colon) और मलाशय (rectum) में शुरू होता है। यह छोटे पॉलिप्स (polyps) से विकसित हो सकता है, जो समय के साथ कैंसर में बदल सकते हैं।
Colon Cancer: यह बड़ी आंत में शुरू होता है।
Rectal Cancer: यह मलाशय (rectum) में डेवलप होता है।
अगर इसे समय रहते डायग्नोज़ और ट्रीट न किया जाए, तो यह शरीर के अन्य हिस्सों में भी फैल सकता है।
Colorectal Cancer के लक्षण
बॉवल हैबिट्स में बदलाव (Change in Bowel Habits): बार-बार डायरिया, कब्ज़ या मल का शेप बदलना।
मल में खून आना (Rectal Bleeding): मल के साथ ब्राइट रेड या काले रंग का खून आना।
पेट में दर्द और भारीपन: खाना खाने के बाद पेट दर्द, गैस या ऐंठन।
बिना किसी कारण वजन कम होना: अचानक वजन घटने लगे।
लगातार थकान: शरीर में कमजोरी और सुस्ती बनी रहना।
Colorectal Cancer के कारण और रिस्क फैक्टर्स
उम्र (Age): 50 साल से ज्यादा उम्र के लोगों में यह कैंसर ज्यादा होता है।
फैमिली हिस्ट्री (Genetics): अगर परिवार में किसी को Colorectal Cancer हुआ है, तो रिस्क ज्यादा है।
डाइट: रेड मीट, प्रोसेस्ड फूड और कम फाइबर वाले आहार से इसका खतरा बढ़ सकता है।
IBD (Inflammatory Bowel Disease): अगर किसी को Crohn’s Disease या Ulcerative Colitis है, तो उसका रिस्क ज्यादा होता है।
स्मोकिंग और ऐल्कोहॉल: यह कैंसर का एक बड़ा कारण हो सकता है।
Colorectal Cancer का इलाज
1. सर्जरी
Colectomy: कैंसर ग्रस्त आंत के हिस्से को हटाने की प्रक्रिया।
Colostomy: कई बार कोलन का हिस्सा हटाने के बाद बैग के ज़रिए मल निकालना पड़ता है।
2. कीमोथेरपी
कैंसर सेल्स को मारने के लिए दवाइयों का इस्तेमाल किया जाता है, खासतौर पर सर्जरी के बाद।
3. रेडिएशन थेरपी
ट्यूमर को छोटा करने या कैंसर सेल्स को खत्म करने के लिए रेडिएशन का उपयोग किया जाता है।
4. टार्गेटेड थेरपी
Cetuximab जैसी दवाइयाँ कैंसर सेल्स के ग्रोथ को रोक सकती हैं।
Colorectal Cancer से बचाव कैसे करें?
हेल्दी डाइट अपनाएं: ज्यादा फाइबर, फल और सब्जियाँ खाएं और प्रोसेस्ड फूड से बचें।
नियमित एक्सरसाइज करें: रोज़ाना कम से कम 30 मिनट की फिजिकल एक्टिविटी ज़रूरी है।
स्मोकिंग और शराब से बचें: ये कैंसर का सबसे बड़ा कारण हो सकते हैं।
रेगुलर स्क्रीनिंग करवाएं: 45-50 साल की उम्र के बाद कोलोनोस्कोपी टेस्ट ज़रूर करवाएं।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)
Colorectal Cancer का इलाज कितना सफल है?
अगर शुरुआती स्टेज में पकड़ा जाए, तो 90% से ज्यादा मरीज पूरी तरह ठीक हो सकते हैं।
क्या कोलोरेक्टल कैंसर को रोका जा सकता है?
हां! सही खान-पान, हेल्दी लाइफस्टाइल और रेगुलर स्क्रीनिंग से इसे रोका जा सकता है।
कब डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए?
अगर पेट में लगातार दर्द, मल में खून, वजन कम होना या कोई भी ऐसे लक्षण दिखे, तो तुरंत डॉक्टर से मिलें।
HealthPil आपकी कैसे मदद कर सकता है?
HealthPil आपको अनुभवी कैंसर स्पेशलिस्ट और गैस्ट्रोएंट्रोलॉजिस्ट से जोड़ता है, जो Colorectal Cancer की स्क्रीनिंग और इलाज में मदद कर सकते हैं। अगर आप या आपके परिवार में किसी को कोलोरेक्टल कैंसर के लक्षण दिख रहे हैं, तो आज ही HealthPil पर अपॉइंटमेंट बुक करें!
Disclaimer:
यह लेख केवल शैक्षिक उद्देश्य के लिए है। किसी भी मेडिकल स्थिति के लिए डॉक्टर से परामर्श ज़रूर लें।